समय एक ऐसी चीज़ है जो किसी के लिए नहीं रुकता। अब देखिए ना तारक मेहता का उल्टा चश्मा शो को देख 14 साल पूरे हो चुके हैं और वक्त कहां बीत गया पता ही नहीं चला। 28 जुलाई 2008 को इस कॉमेडी शो को शुरू हुए काफी समय बीत चुका है। आज इस शो को बड़े चाव से देखने वाले बच्चे उस दौर में पैदा भी नहीं हुए थे, इसलिए इन 14 सालों में बच्चे कब बड़े हो गए, पता ही नहीं चलता। 14 साल पहले शो की कास्ट आज से थोड़ी अलग दिखती थी इसलिए जब इसे शुरू किया गया तो इन किरदारों के एक्सप्रेशन भी काफी अलग थे जो आज देखने को मिलते हैं।
14 साल पहले बबिताजी की गवाही की वजह से जेठालाल को जेल जाना पड़ा था। जी हां…. तारक मेहता का उल्टा चश्मा के पहले एपिसोड में जेठालाल जेल की सलाखों के पीछे पहुंचता है और बबीता जी उसके खिलाफ गवाही देती है। शायद इस बात पर किसी को यकीन भी न हो, लेकिन ये सच है. पहले एपिसोड में जेठालाल जेल की वर्दी में हथकड़ी लगाए नजर आए थे।
जेठालाल की किस्मत तो आप जानते ही हैं। कुछ भी हो जाए, सारी मुसीबत पलट कर उन्हीं पर गिर पड़ती है। और उनकी पहली समस्या उनका बेटा टप्पू है, जो बचपन में बहुत शरारती था, इसलिए बेटे की शरारत के कारण जेठालाल को जेल जाना पड़ा।
बबीताजी या अय्यर ही नहीं, बल्कि पहले एपिसोड में पूरा गोकुलधाम उनके खिलाफ था। सब लोग टप्पू की शिकायत लेकर जज साहब के पास पहुंचे थे और जेठालाल पर काफी आरोप लगा दिया था। पहले एपिसोड में बबीता जी को फिल्म इंडस्ट्री में डांसर बताया गया था। वहीं जब सभी ने जेठालाल के खिलाफ गवाही दी तो जज ने उन्हें कालापानी की सजा भी दे दी. हालांकि ये सब सपना है और फिर होती है दया भाभी की एंट्री।
सिर्फ बबीता जी या अय्यर ही नहीं बल्कि पहले एपिसोड में तो पूरी गोकुलधाम उन्हीं के खिलाफ थे। सभी टप्पू की शिकायत लेकर जज साहब के पास पहुंचे थे और जेठालाल पर खूब इल्जाम लगाए। पहले एपिसोड में बबीता जी को फिल्म इंडस्ट्री में डांसर बताया गया था। वहीं जब सभी ने जेठालाल के खिलाफ गवाही दी तो जज ने भी उन्हें कालापानी की सजा सुना दी थी। हालांकि ये सब सपना होता है और फिर होती है दया भाभी की एंट्री।
आज किरदार थोड़े बदल से गए हैं, बोलने से लेकर व्यवहार तक में बदलाव लाया गया है लेकिन इस शो की एक खास बात तब भी थी और आज भी है। तब भी ये लोगों के चेहरों पर हंसी लाता था और आज भी लाता है।