टीवी का नंबर वन सीरियल तारक मेहता का उल्टा चश्मा बुजुर्गों से लेकर बच्चों तक हर उम्र के लोगो को पसंद है। इसके सभी किरदार अपने आप में खास हैं, लेकिन जेठालाल, दयाभाभी और बापूजी इस शो के मुख्य किरदारों में से एक हैं। यह शो साल 2008 से लगातार लोकप्रिय है, यह शो न केवल दर्शकों का मनोरंजन करता है बल्कि कई सबक भी देता है। शो इतना लोकप्रिय है की किसी अभिनेता की पूरी जिंदगी बदल देता है।
एक बार कोई अभिनेता या अभिनेत्री इस शो में अच्छा अभिनय करते है उसके बाद वो घरेलु नाम बन जाते है। जब कोई अभिनेता या अभिनेत्री फेमस हो जाते है तब उन्हें कई सारे ऑफर मिलने लगते है। तारक मेहता का उल्टा चश्मा शो में अभी तक कई किरदार बदल चुके हैं लेकिन बापूजी और जेठालाल एक ही हैं। सीरियल के लिए जेठालाल का किरदार निभा रहे दिलीप जोशी को जब कास्ट किया गया तो मेकर्स उन्हें चंपक लाल यानी बापूजी का रोल देना चाहते थे, लेकिन दिलीप ने इस किरदार को करने से मना कर दिया।
जिसके बाद उन्हें जेठालाल की भूमिका निभाने के लिए कहा गया, हालांकि इस भूमिका को लेकर भी दिलीप जोशी के मन में कई शंकाएं और सवाल थे, फिर भी उन्होंने मन मारकर हां कर दी। आज कई सालों बाद उन्हें अपने इस फैसले पर खुशी भी होती है। जेठालाल के किरदार के जरिए दिलीप जोशी लाखों दर्शकों के दिलों पर राज करते हैं। जेठालाल का किरदार निभाने वाले दिलीप जोशी टीवी जगत के सबसे बड़े अभिनेता में से एक है।
जब एक बार दिलीप जोशी ने जेठालाल के किरदार को फाइनल कर लिया ऊके बाद उन्हों ने ही बापूजी की भूमिका के लिए निर्माताओं को अमित भट्ट का नाम सुझाया था। अमित भट्ट का कहना है कि उन्हें बिना ऑडिशन के चंपक चाचा के रोल के लिए साइन किया गया था। इसके लिए वह आज भी दिलीप जोशी को धन्यवाद देते हैं। दिलीप जोशी ने अमित भट्ट के अलावा बबीताजी के लिए मुनमुन दत्ता का भी सुझाव दिया था।
गौरतलब है कि फिल्म व टीवी इंडस्ट्री में काम के लिए शुरुआत में दिलीप जोशी ने काफी संघर्ष किया था। तारक मेहता का उल्टा चश्मा से पहले वह करीब एक साल तक बिना काम के रहे थे और निराश होकर अपना काम बदलने के बारे में सोचने लगे थे, लेकिन कुछ समय बाद उन्हें यह बड़ा शो ऑफर हुआ और उन्होंने हां कर दी। फिर दिलीप जोशी ने पीछे मूड कर नहीं देखा और आज दिलीप जोशी टीवी जगत के सबसे बड़े अभिनेता बन गए है।
दिलीप जोशी का कहना है कि इस शो ने उनकी किस्मत ही बदल दी। इस सीरियल के निर्माता असित कुमार मोदी जब स्क्रिप्ट उनके पास लाए तो वे बहुत खुश हुए। दिलीप जोशी का कहना है कि अब ज्यादातर लोग उन्हें जेठालाल के नाम से ही जानते हैं। इस किरदार ने उन्हें एक नई पहचान दी है। एक अभिनेता के लिए अपने किरदार के नाम से पहचान मिलना सबसे बड़ी उपलब्धि होती है।