तारक मेहता का उल्टा चश्मा के एपिसोड की शुरुआत टप्पू सेना से होती है जो सोसाइटी के कंपाउंड में पोम पोम की तलाश करती है। अय्यर उन्हें देखता है और पूछता है कि वे क्या कर रहे हैं। टपू सेना का कहना है कि वे गेंद की तलाश में हैं। गोली अय्यर का ध्यान भटकाने की कोशिश करती है ताकि वे पोम पोम को ढूंढ सकें। जैसे ही वह जाता है, टपू सेना पोम पोम को देखती है। जैसे ही वे उसे पकड़ने वाले थे, वह भाग गई।
अंजलि तारक के लिए ब्रेड पकोड़े बनाती है। तारक के घर टपू सेना आती है। तारक गोली को देखता है और सोचता है कि वह उसकी रोटी के पकौड़े ले लेगा। गोली तारक से उसे एक उपन्यास देने के लिए कहता है। जैसे ही तारक एक उपन्यास की खोज कर रहा था, टप्पू सेना ने पोम पोम को ब्रेड पकौड़े खाते हुए देखा। वह सारे ब्रेड पकौड़े खत्म करती है और खिड़की से बाहर कूद जाती है। टप्पू सेना चली जाती है। तारक ने नोटिस किया कि ब्रेड के पकौड़े खत्म हो गए हैं और अंजलि को बताता है कि बिल्ली ने सभी ब्रेड पकौड़े खा लिए हैं। वह आगे कहता है कि उसने एक बिल्ली की आवाज सुनी लेकिन अंजलि को उस पर विश्वास नहीं हुआ।
पोम पोम अय्यर के घर जाती है और टेबल के नीचे छिप जाता है। जैसे ही टपू सेना पोम पोम को पकड़ने वाली थी, बबीता और अय्यर ने उन्हें नोटिस किया। टप्पू सेना उनका ध्यान भटकाने की कोशिश करती है क्योंकि उन्होंने पोम पोम को अय्यर का खाना खाते हुए देखा था। पोम पोम घर से भागती है। टपू सेना उसके पीछे दौड़ती है। सोढ़ी शॉपिंग बैग लेकर आते हैं और उन्हें फर्श पर रख देते हैं। पोम पोम बैग में कूद गयी। सोढ़ी पोम पोम वाला शॉपिंग बैग उठाता है और उसे अपने घर ले जाता है।
अब्दुल को तो आप जानते ही हैं गोकुलधाम सोसायटी का पक्का वफादार। जो हमेशा गोकुलधामवासियों के बुरे वक्त में उनके साथ खड़ा रहता है। लेकिन ये बिल्ली यानि पोम पोम की वजह से अब्दुल ने भी भिड़े से एक झूठ बोल दिया है। भिड़े क्लब हाउस में ना जाए इसके लिए अब्दुल ने झूठ बोल दिया कि उन्होंने बिल्ली को भगा दिया है। लेकिन सच्चाई सिर्फ अब्दुल और टप्पू सेना को पता है। पोम पोम कहीं गई नहीं बल्कि वो क्लब हाउस में ही छिपी है।
बापूजी को बिल्ली से एलर्जी है जब भी बिल्ली बापूजी के आस पास होती है उन्हें छींक आनी शुरू हो जाती है। जैसे ही भिड़े ने ये ऐलान किया कि बिल्ली सोसायटी से भाग गई है वैसे ही बापूजी को छींक आनी शुरू हो गई जिससे सबके मन में फिर से संदेह पैदा हो गया है कि शायद बिल्ली कहीं गई नहीं है बल्कि यहीं आस पास है।
तो क्या बापूजी की छींक से भांडाफोड़ हो जाएगा? क्या बापूजी खोल देंगे अब्दुल की पोल? और अगर पोल खुल गई तो अब्दुल और टप्पू सेना का क्या होगा। ये आने वाले एपिसोड में पता चल ही जाएगा।