सोमवार 29 अगस्त को लालबाग के राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल ने अपनी प्रसिद्ध गणेश प्रतिमा का अनावरण किया। मुंबई में प्रसिद्ध गणेश प्रतिमा लालबागचा राजा को देखने के लिए पूरे भारत से कई लोग यात्रा करते हैं। हर साल गणेश चतुर्थी पर लालबाग बाजार स्थित पुतलाबाई चॉल के लालबागचा राजा में लाखों श्रद्धालु जाते हैं।
इस साल मुंबई में लालबाग के राजा यानी भगवान गणेश का दरबार उत्तर प्रदेश के अयोध्या में स्थित राम मंदिर जैसा होगा। यहां भक्त आराम से दर्शन कर पाएंगे। पिछले 2 सालो मुंबई में लालबाग के राजा के दर्शन नहीं हुए थे। इस साल सब कुछ ठीक है और इसीलिए इस साल भक्तों को यह सौभाग्य प्राप्त होगा। इसलिए इस बार की तैयारियां बेहद खास हों रही हैं। इस खास तैयारी की खास बात यह सामने आई है कि इस बार लालबाग के राजा का दरबार अयोध्या के राम मंदिर की थीम पर आधारित होगा।
संतोष कांबली, जो दशकों से अपने 81 वर्षीय पिता रत्नाकर मधुसूदन कांबली की गणेश मूर्ति के निर्माण में मदद कर रहे हैं, ने भविष्यवाणी की है कि लालबागचा राजा के अनुयायी बप्पा के पैर छू सकेंगे और एक नव (प्रतिज्ञा) कर सकेंगे।
बता दे कि दुनियाभर में लालबाग के राजा की धूम होती है, लालबाग के राजा की मान्यता सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनियाभर में है। दरअसल दुनियाभर से श्रद्धालु लालबाग के राजा के दर्शन के लिए यहां आते हैं। हर साल उनकी मूर्ति आकर्षण का केंद्र बनती ही है। इसके अलावा उनका दरबार उससे अधिक आकर्षण का केंद्र बन जाता है। ऐसे में इस साल भी गणेश उत्सव को खास बनाने किए महाराष्ट्र सरकार ने फैसला लिया है कि इस बार लालबाग के राजा का दरबार अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर की थीम पर होगा।
इस साल महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गणेश उत्सव के दौरान सभी पंडालों के दरवाजे श्रद्धालुओं के लिए खोलने की अनुमति दे दी है। महाराष्ट्र सरकार की ओर से कहा गया है कि 31 अगस्त से शुरू होने जा रहे गणेश महोत्सव के दौरान सभी भक्तों को पंडालों में जाने की अनुमति होगी और भक्त भगवान गणेश के दर्शन पा सकेंगे। बता दे कि लालबाग के राजा की सजावट की जिम्मेदारी प्रमुख कला निर्देशक नितिन चंद्रकांत देसाई को दी गई है।
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दरअसल हर साल लालबाग के राजा की मूर्ति दुनियाभर में आकर्षण का केंद्र रहती है और हर साल कोशिश रहती हैं कि अलग-अलग थीम पर गणेश जी को विराजमान किया जाए। इसलिए ऐसे में इस साल की थीम अयोध्या में बन रहा भगवान श्री राम का भव्य और खुबसूरत मंदिर है। इसके लिए हमारे पास अयोध्या मंदिर के गुंबद की प्रतिकृति भी होगी, उसी दरबार में लालबाग के राजा को बिठाया जाएगा। अयोध्या के राम मंदिर के अलावा यहां इस साल काशी विश्वनाथ मंदिर की थीम भी होगी।
बता दे कि लालबाग में ही एक और लोकप्रिय गणेश गली मंडल ने गणेश उत्सव के दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर का सेट लगाने का फैसला किया है। दरअसल यहां गणेश जी की मूर्ति को काशी विश्वनाथ मंदिर के दरबार में विराजमान किया जाएगा। हालांकि इन मंदिरों का एक इतिहास है, एक मुख्य कारण यह भी है कि ऐतिहासिक मंदिरों को थीम में प्रस्तुत करने की कोशिश इसलिए किया जा रहा है ताकि जो लोग इन मंदिरों में नहीं जा पाते वो उनकी थीम को यहां देख पाएंगे।