जेठालाल के बिना शो की कल्पना नहीं की जा सकती है, जेठालाल के गड़ा परिवार के बिना तारक मेहता शो एक अपंग आदमी की तरह लगता है। जेठालाल पर कभी भी कोई भी विपत्ति आ पड़ती है और उसे देखकर दर्शकों के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है।
जेठालाल एक वशीकरण के जाल में पड़ जाता है और एक बाबा से एक ताम्रपत्र लाता है और दया को इस बारे में बताता है। दया इस ताम्रपत्र को जेठालाल के तकिए के नीचे रख देती है। अगले दिन जब जेठालाल जागता है तो वह पूरी तरह से बदला हुआ उठता है और उसका चेहरा देखकर हर कोई नाराज हो जाता है।
जेठालाल अपनी दुकान पर आता है और उसकी दुकान को नुकसान करने लगता है। माल कम दाम में बिकता नजर आता है और बाद में नटू काका बापूजी को बुलाकर सभी से बात करता है। जेठा के वशीकरण से बच्चों को भी फायदा होता है। यह देखकर भिड़े को एक विचार आया।
भिड़े जेठालाल की हालत का फायदा उठाता है और कहता है कि उसे सोसायटी का घर बेचकर कहीं और जाना चाहिए। जेठालाल मान जाता है और अपना घर 25 लाख रुपये में बेचने को तैयार है। बापूजी दया और अन्य लोग घर पहुंच जाते हैं और घर बेचने से रोक लेते है। तारक मेहता भी आते हैं और ताम्रपत्र फेंक देते हैं बाद में जेठालाल सामान्य हो जाता है।
यह तारक मेहता का उल्टा चश्मा का एक पुराना एपिसोड था। जिसमे जेठालाल वशीकरण के बाद हर किसी की बात मानने लगता है। और जो भी कोई बोलता है वो जेठालाल करने लगता है। इस पुरे एपिसोड में जेठालाल ने सभी को बहुत हसाया और सभी का मनोरंजन किया।
आपको बता दे की तारक मेहता का उल्टा चश्मा शो ने पिछले महीने में ही 13 साल पुरे किया। और उसके साथ ही ये शो भारत के सबसे ज्यादा समय तक सफलता से चलने वाला शो बन गया है। आज शो के साथ साथ सभी किरदार भी काफी फेमस है।