‘तारक मेहता’ फेम नटुकाका का 77 साल की उम्र में एक साल के कैंसर के बाद निधन हो गया है। ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ रूप 77 वर्षीय नटुकाका यानी घनश्याम नायक को पिछले साल सितंबर में गले के कैंसर का पता चला था। उस समय नटुकका 13 दिन अस्पताल में थे और ऑपरेशन में 8 ट्यूमर निकाले गए। ऑपरेशन के बाद, नटुकाका ने विकिरण और कीमोथेरेपी की। हाल ही में नटुकका के बेटे विकास नाइक ने मीडिया में कैंसर के बारे में बात की। सूत्रों के मुताबिक, घनश्याम नायक के परिजन मेहसाणा से मुंबई के लिए रवाना हो गए हैं।
विकास नायक के सोमीडिया पोस्ट के मुताबिक, नटुकका की पिछले साल सितंबर में कैंसर की सर्जरी हुई थी। इसके बाद विकिरण के 30 सत्र और कीमो के पांच सत्र हुए। नटुकका का कैंसर का इलाज अक्टूबर तक चला। इलाज के छह महीने बाद नटुकका के पेट की जांच की गई।
इस परीक्षण में नटुकका को एक बार फिर गले में एक या दो धब्बे मिले जहां आठ ट्यूमर निकाले गए। इतना ही नहीं फेफड़ों में एक-दो नए संदिग्ध धब्बे भी सामने आए। डॉक्टरों ने कहा कि बाद में इसका निदान कैंसर के उसी स्थान के रूप में किया गया था और एक बार फिर कीमोथेरेपी की आवश्यकता होगी।
घनश्याम नायक 77 साल के थे, इसलिए किमो के लिए हर बार नस को पकड़ना आसान नहीं था, यही वजह है कि डॉक्टरों ने उनके शरीर में कीमो पार्ट लगाने का सुझाव दिया। इसके लिए घनश्याम नाइक की मामूली सर्जरी भी हुई थी। कीमो पार्ट शरीर में फिट किया गया एक छोटा बॉक्स होता है और इसे कीमोथेरेपी के साथ इंजेक्ट किया जा सकता है।
घनश्याम नायक ने कुछ महीने पहले गुजरात नेचुरल फर्टिलाइजर कंपनी के विज्ञापन में काम किया था। यह विज्ञापन घनश्याम नायक का आखिरी विज्ञापन था। नटुकाका को आखिरी बार कैमरे के सामने एक्टिंग करते हुए देखा गया था। अभी थोड़े दिन पहले ही जब तारक मेहता का उल्टा चश्मा का शूटिंग दमन में हो रहा था तब नटुकाका एक एपिसोड में नजर आये थे।