तारक मेहता का उल्टा चश्मा के एपिसोड की शुरुआत भिड़े और जेठालाल से होती है जो बापू जी को खोजने के लिए गोलकुलधाम सोसाइटी जाते हैं। जेठालाल को बापूजी की चिंता सताने लगती है। भिडे उसे शांत करने की कोशिश करता है। वे सोसाइटी तक पहुंचते हैं। जेठालाल अब्दुल के पास जाता है और उससे पूछता है कि क्या बापू जी सोसाइटी में लौट आए हैं और अब्दुल इनकार करते हैं। जेठालाल अपने घर जाता है और दरवाजा बंद देखता है।
वह तनावग्रस्त हो जाता है। भिड़े उससे पूछता है कि क्या बापू जी घर आए। जेठालाल उदास चेहरा बनाता है और कहता है कि नहीं। फिर उसे श्री गोयल का फोन आता है जो जेठालाल से उसके ठिकाने के बारे में पूछता है। जेठालाल श्री गोयल से कहता है कि उसका बापूजी गायब है और वह सौदे पर हस्ताक्षर नहीं कर पाएगा क्योंकि उसके पिता सौदे से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। श्री गोयल नाराज हो जाते हैं और कहते हैं कि वह कभी भी उनके साथ समझौते पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे। जेठालाल ने माफी मांगी।
श्री गोयल ने कॉल काट दिया। फिर जेठालाल भिड़े को पूरी घटना के बारे में बताता है। बबीता आती है और जेठालाल से पूछती है कि क्या सब ठीक है। जेठालाल उसे सारी घटना बताता है। फिर वह कहता है कि दिन की शुरुआत से ही अपशकुन हो रहा है। बबीता कहती है कि वह उसे अपना चेहरा नहीं दिखाएगी क्योंकि वह पहली व्यक्ति थी जिसे उसने सुबह देखा था। वह आगे कहती है कि वह उसके लिए अपशकुन है। जेठालाल उदास हो जाता है और सारी स्थिति समझाता है।
जेठालाल को श्री गोयल का फोन आता है जो उन्हें बताता है कि बापूजी गोडाउन में उनके साथ हैं। जेठालाल खुश हो जाता है और बबिता से कहता है कि वह उसके लिए गुड लक है। इसके बाद वह गोडाउन की ओर भागता है। गोडाउन में वह बापू जी को देखता है और खुश हो जाता है। वह उसे गले लगाता है। बाद में बापूजी उन्हें सब कुछ बताते है।