तारक मेहता का उल्टा चश्मा एक ऐसा शो है जिसे इतिहास में हमेशा याद किया जाएगा। यह पिछले 13 वर्षों से एक सफल दौड़ का आनंद ले रहा है और गिनती कर रहा है! मुनमुन दत्ता से लेकर घनश्याम नायक से लेकर तन्मय वेकारिया तक, इस शो ने हर एक किरदार को अपार प्रसिद्धि दिलाई है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दिलीप जोशी शो को रिजेक्ट करने वाले थे। शायद आप यह नहीं जानते होंगे।
जैसा कि सभी जानते हैं, दिलीप को अपने किरदार जेठालाल के लिए बहुत प्यार मिला है। शो में उनके सभी समीकरण – पत्नी दिशा वकानी (दयाबेन), बेटे राज अनादकट (टप्पू) से शुरू होकर मुनमुन दत्ता (बबीता) के प्रति स्नेह प्रमुख आकर्षण रहे हैं! क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि कोई और यह सब चित्रित कर रहा है?
दिलीप जोशी ने एक बार खुलासा किया था कि तारक मेहता का उल्टा चश्मा करने को लेकर उनके मन में दुविधा थी। ऐसा इसलिए था क्योंकि वह पहले से ही मैं ऐसी क्यूं हूं नाम का एक और शो कर रहे थे। यह शो 2007 में शुरू हुआ था और अभिनेता वास्तव में इसके लिए प्रतिबद्ध थे। इसलिए, वह TMKOC को अस्वीकार करने और अपने पहले से साइन किए गए शो से चिपके रहने के बारे में सोच रहे थे।
तो तारक मेहता का उल्टा चश्मा कैसे हुआ? सौभाग्य से (हमारे लिए), मैं ऐसा क्यूं हूं एक साल के भीतर ऑफ-एयर हो गया और दिलीप जोशी असित कुमार मोदी के शो को साइन करने के लिए स्वतंत्र थे। अगर पुराना शो चल रहा होता तो शायद आज है दिलीप जोशी को जेठालाल के किरदार में कभी नहीं देख पाते। दिलीप जोशी का पुराना शो बंद हुआ उसके बाद ही दिलीप ने तारक मेहता का उल्टा चश्मा शो साइन किया था।
तारक मेहता का उल्टा चश्मा साल 2008 में शुरू हुआ। शो को सफलता से चलते हुए 13 साल से ज्यादा समय हो चूका है और आज शो के साथ सभी किरदार ने हर घर में अपनी पहचान बनाली है। इन 13 सालो के सफर में शो में कई उतार चढ़ाव आये, काफी लोगो ने शो छोड़ा तो काफी लोगो को बदल दिया गया लेकिन फिर भी शो सफलता से चल रहा है।
कल भारत रत्न लता मंगेशकर का निधन हो गया और इस वजह से अभी पूरा देश हताश है। शो मे बबीताजी का किरदार निभाने वाली मुनमुन दत्ता और जेठालाल का किरदार निभाने वाले दिलीप जोशी ने सोशल मीडिया पर उनको श्रद्धांजलि अर्पति की थी। शायद सिंगिंग जगत में अब कोई भी उनकी कमी पूरी नहीं कर सकता लेकिन सालो बाद भी उनकी मधुर आवाज लोगो को पसंद रहेगी।