‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ पिछले 14 सालों से दर्शकों का मनोरंजन कर रहा है। हमेशा टीआरपी लिस्ट में टॉप पर रहने वाले तारक मेहता शो के किरदार भी सभी के दिलों में बस चुके हैं और जब किरदारों की बात आती है तो जेठालाल और बबीताजी के स्वस्थ स्पंदन को कोई कैसे भूल सकता है। बबीताजी पर जेठालाल के क्रश की कहानी को अलग तरह से दिखाया गया है।
शो में आपने जेठालाल को हमेशा बबीताजी के आसपास देखा होगा। जेठालाल अपनी पत्नी दया या बापूजी के कहने पर जो नहीं करता वह बबीताजी के कहने पर करता है। सूर्य नमस्कार के बाद, सबसे पहले बबीताजी की बालकनी की ओर देखते हैं, ताकि वह बबीताजी की एक झलक देख सकें। शादीशुदा होने के बावजूद जेठालाल की निगाहें हमेशा बबीताजी पर रहती हैं। ऐसे में बबीताजी भी सीरियल में उनसे प्यार से बात करती हैं, ‘क्या आप भी जेठाजी’ और चली जाती हैं। लेकिन सवाल यह है कि बबीताजी असल जिंदगी में क्या करती हैं?
हमने आपको सीरियल की बबीताजी के बारे में बताया था। लेकिन रील में नहीं बल्कि रियल लाइफ में भी बबीताजी यानी मुनमुन दत्ता के पीछे उनके शादीशुदा दोस्त हैं। एक इंटरव्यू में मुनमुन ने बताया कि कैसे उसके शादीशुदा दोस्त उसके साथ फ्लर्ट करते हैं और वह उन्हें कैसे रिएक्ट करती है। स्वाभाविक रूप से मुनमुन दत्ता इतनी खूबसूरत हैं कि कोई भी उनका दीवाना हो जाएगा।
मुनमुन ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उनके कई शादीशुदा दोस्तों का उन पर क्रश है। वे उसे पसंद करते हैं। ये बात मुनमुन को उनके दोस्त कई बार कह चुके हैं और वो इसका जवाब भी देते हैं। मुनमुन ने कहा- इस तरह की अटेंशन किसी भी महिला को पसंद नहीं आएगी। स्वाभाविक रूप से मुझे भी यह पसंद नहीं है। बहुत से लोग मुझे पसंद करते हैं और मेरी तारीफ करते हैं। इनमें से कई की शादी भी हो चुकी है। लेकिन वे कोई नुकसान करने वाले दोस्त नहीं हैं। वे लोग जो प्रशंसा करते हैं वह हानिकारक नहीं है। इसकी खूब सराहना की जाती है। वे मुझसे खुलकर कहते हैं, हमें तुम पर क्रश है। मैं उन्हें जवाब में बताता हूं कि – अच्छा।
मुनमुन ने अपने करियर की शुरुआत मॉडलिंग से की थी। फैशन इंडस्ट्री में काम कर चुकीं मुनमुन ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत सीरियल ‘हम सब बाराती’ से की थी। इस सीरियल में भी उनके साथ दिलीप जोशी यानी जेठालाल थे। यहीं से वह और दिलीपी एक दूसरे को जान गए। तारक मेहता का उल्टा चश्मा सीरियल में मुनमुन को लाने वाले दिलीप जोशी भी थे। उसके बाद मुनमुने बबीताई का नाम घर-घर में जाना जाता था।