तारक मेहता का उल्टा चश्मा टीवी की दुनिया के सबसे पुराने और सबसे लोकप्रिय धारावाहिकों में से एक है। इस सीरियल के सबसे लोकप्रिय किरदार जेठालाल और उनकी पत्नी दयाबेन हैं। दिलीप जोशी असल जिंदगी में शादीशुदा हैं। उनकी पत्नी का नाम जयमाला जोशी है। दिलीप जोशी की पत्नी एक गृहिणी हैं, हालांकि, वह दिखने में किसी अभिनेत्री से कम नहीं हैं।
‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ टीवी की दुनिया में सबसे ज्यादा देखा जाने वाला शो है। आज भी यह शो टीआरपी की लिस्ट में नंबर वन पर बना हुआ है। ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में ‘जेठालाल’ का किरदार हर किसी का पसंदीदा है, क्योंकि शो की कहानी कहीं न कहीं जेठालाल और उसके परिवार के इर्द-गिर्द घूमती है। फेन्स को सभी किरदार की पर्सनल जिंदगी के बारे में भी जानने में काफी उत्शाह रहता है।
छोटे पर्दे पर जेठालाल का किरदार निभाने वाले अभिनेता दिलीप जोशी के रील लाइफ परिवार से तो सभी वाकिफ हैं, लेकिन असल जिंदगी में उनके परिवार और पत्नी के बारे में ज्यादा कुछ नहीं पता है। दिलीप जोशी असल जिंदगी में शादीशुदा हैं। उनकी पत्नी का नाम जयमाला जोशी है। दिलीप जोशी की पत्नी एक गृहिणी हैं, हालांकि, वह दिखने में किसी अभिनेत्री से कम नहीं हैं।
जयमाला जोशी टीवी की चकाचौंध भरी जिंदगी से पूरी तरह दूर रहती हैं। हालांकि, उन्हें अक्सर अवॉर्ड शो फंक्शन में दिलीप के साथ स्पॉट किया जाता है। दिलीप जोशी और जयमाला जोशी की शादी को 20 साल पूरे हो चुके हैं। उनके दो बच्चे हैं, एक बेटी और एक बेटा, जिनका नाम नियति जोश और ऋत्विक जोशी है। 52 साल के दिलीप जोशी का जन्म 26 मई 1968 को हुआ था।
दिलीप जोशी ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ शो में आने से पहले कई बड़ी फिल्मों में काम कर चुके हैं। अभिनेता दिलीप जोशी ने अपने करियर की शुरुआत सलमान खान के साथ फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ से की थी। इस फिल्म में अभिनेता ने ‘रामू’ का किरदार निभाया था। इसके बाद उन्होंने कई गुजराती नाटकों में अभिनय किया। दिलीप जोशी ‘फिर भी दिल है हिंदुस्तानी’ और ‘हम आपके हैं कौन’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में भी नजर आ चुके हैं।
हालांकि 2008 में जब दिलीप जोशी को ‘जेठालाल गड़ा’ का रोल ऑफर हुआ तो उनकी जिंदगी बदल गई। इस शो से एक्टर को काफी पहचान मिली थी। दिलीप जोशी को उनके शो के लिए कई अवॉर्ड मिल चुके हैं। जिसमें 5 टेली अवार्ड और 2 आईटीए अवार्ड शामिल हैं। बता दें, जब एक्टर को शुरू से ही एक्टिंग में काफी दिलचस्पी थी। जब वे स्नातक की पढ़ाई पूरी कर रहे थे, तब उन्हें भारतीय राष्ट्रीय रंगमंच में दो बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिला।