सितारे रातोंरात नहीं बनते। वे कई वर्षों से कड़ी मेहनत करते है और कठोर परिश्रम के बाद वे सितारे बनते है। ऐसा लगता है कि दिलीप जोशी ने अपने सबसे लोकप्रिय टीवी धारावाहिक तारक मेहता का उल्टा चश्मा से रातोंरात प्रसिद्धि पा ली है। लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि वह 2 दशकों से भी ज्यादा समय से उस पहचान की तलाश में हैं। आज हम आपको दिलीप जोशी के परिश्रम के बारे में बताते है।
तारक मेहता का उल्टा चश्मा से उनका चरित्र जेठालाल गडा का है और अब उनके बिना टेलीविजन या शो की कल्पना करने का कोई तरीका नहीं है। शायद जेठालाल के बिना ये शो इतना लोकप्रिय कभी नहीं होता। जेठालाल के रूप में दिलीप जोशी एक दशक से कैमरे के सामने हैं, लेकिन इतना ही नहीं है। एक दशक और शायद उससे पहले, अभिनेता बॉलीवुड और थिएटर में सक्रिय रूप से काम कर रहा है।
वह कभी ‘हीरो’ नहीं थे; वह हमेशा उसका दोस्त या कोई था जो उसकी कहानी को आगे बढ़ाता था। लेकिन दिलीप जोशी और उनकी प्रतिभा वहां भी चमकने में काफी सक्षम थी। तो आइए देखते हैं कुछ सबसे प्रतिष्ठित फिल्मों में से कुछ जिनका वह हिस्सा थे। सहायक भागों में आदमी से टेलीविजन पर एक ‘हीरो’ तक की कहानी। फिल्मो में छोटे छोटे किरदार से लेकर टीवी जगत के सबसे मशहूर अभिनेता बनने का सफर आसान नहीं होता।
FIRAAQ – 2002 के गुजरात दंगों के बाद पर आधारित नंदिता दास की फिराक एक ऐसी फिल्म है जो एक गाँठ की तरह हमारे पेट में बैठी है। जबकि इसमें नवाजुद्दीन सिद्दीकी, शाहाना गोस्वामी, नासर, परेश रावल सहित कुछ मास्टर कलाकार हैं, इसमें दिलीप जोशी भी थे। यह अब तक का सबसे काला प्रोजेक्ट था जिसका वह हिस्सा रहा है। उन्होंने देवेन की भूमिका निभाई और लोगों ने उनके प्रदर्शन पर ध्यान दिया।
MAINE PYAAR KIYA – सूरज भारजातिया के दिल में दिलीप के लिए एक खास जगह है, जो उनकी सबसे प्रमुख फिल्म 2 का हिस्सा रह चुके हैं। मैंने प्यार किया उस रिश्ते की शुरुआत थी, जिसमें उन्होंने रामू का किरदार निभाया था। उनकी एंटीक और कॉमिक टाइमिंग यहां भी देखने को मिलती थी।
HUM AAPKE HAI KOUN…! – हम आपके हैं कौन में अपनी शकुंतला की तलाश में भोला को कौन याद नहीं करता…! फिल्म एक कल्ट है, और भोला के रूप में दिलीप जोशी पर सभी का ध्यान गया। और ईमानदारी से कहूं तो तारक मेहता का उल्टा चश्मा में जेठालाल को देखने के बाद दर्शकों ने उन्हें इसमें देखा।
KHILADI 420 – मैं शर्त लगा सकता हूं कि आप में से कम से कम 75 प्रतिशत लोगों को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। यह अक्षय कुमार का पूरा शो था, और हमने ईमानदारी से इसमें किसी अन्य विवरण पर ध्यान नहीं दिया। दिलीप जोशी बहुत ही पलक झपकते ही फिल्म का हिस्सा थे।
वह आशुतोष गोवारिकर की ‘प्रतिष्ठित’ फिल्म व्हाट्स योर राशि का भी हिस्सा थे? फिल्मों के अलावा दिलीप जोशी ने नाटकों के भी काम किया था। लेकिन उनको कुछ खास सफलता नहीं मिली। दिलीप जोशी को सफलता तारक मेहता का उल्टा चश्मा शो से मिली। इस शो ने उन्हें जीरो से हीरो बना दिया।