तारक मेहता का उल्टा चश्मा की गोकुलधाम सोसायटी में हर त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। तो होली कैसे छूट सकती है? जेठालाल पूरे साल होली का इंतजार करता है जब उसे बबीताजी को रंग लगाने का मौका मिलता है। इसी तरह तारक मेहता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें जेठालाल होली के दिन अपने साले सुंदर को सबक सिखाने का फैसला करता है, लेकिन अय्यर भाई उसके निशाने पर आ जाते हैं। और फिर जो जादू होता है उसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी।
होली में एक बार दयाबेन का वीरा सुंदरलाल जेठालाल को पक्के रंग से बिगाड़ने आता है। अब सुंदर और जेठालाल की दुश्मनी तो सभी जानते हैं। ऐसे में जेठा सुंदरलाल को एक विशेष रंग लगाने की योजना बनाता है। वे गोली को भेजते हैं और सुंदरलाल के दोस्त से उन रंगों को प्राप्त करते हैं। जिसके लिए गोली उसे कई खाने की चीजें दिलाने का वादा मांगता है।
वहीं बबीता जी के पति अय्यर को होली के दिन किसी अति महत्वपूर्ण मीटिंग में जाना है। वह सभी से कहता है कि कृपया मुझे रंग न लगाए। गोकुलधाम सोसाइटी के कंपाउंड में रंग खेला जा रहा है और सुंदर और अय्यर की बात हो रही है। सुंदर अय्यर को रंग से बचने के लिए अपना चेहरा छिपाने की सलाह देता है और अपनी टोपी भी देता है। अय्यर इस बात से बहुत खुश हैं कि अब वह उन पर कोई रंग नहीं डाल पाएंगे। लेकिन होता इसके विपरीत।
जेठालाल सबकी निगाहों से बचते हुए ठोस रंग घोलता है और सोसायटी कंपाउंड में सुंदर को खोजने लगता है। तभी उसकी नजर सुंदर की टोपी पहने अय्यर पर पड़ती है। पीछे से देखने पर वह भ्रमित हो जाता है और अय्यर को सुंदर समझने लगता है। फिर क्या था, जेठालाल ने अय्यर को रंगने के लिए घोखा का इस्तेमाल किया, जिसे होली के दिन ऑफिस जाना था। इन सब की वजह से बबिताजी भी जेठालाल पर गुस्सा करती है।