एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री पिछले कुछ समय से अच्छी खबरों के साथ साथ बुरी खबरे भी आती रहती है। एक बार फिर फिल्म इंडस्ट्री से दुखद खबर आई है। KGF चैप्टर 2 फेम अभिनेता मोहन जुनेजा का 7 मई, 2022 की सुबह निधन हो गया। वह पिछले कुछ समय से बीमार थे और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। अभिनेता ने बैंगलोर के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली।अपनी कॉमेडी से लोगों को हंसाने वाले मोहन जुनेजा आज आंखों में आंसू लिए दुनिया को अलविदा कहने चले गए हैं।
उनके अचानक चले जाने से हर कोई सदमे में है। उनका अंतिम संस्कार भी आज किया जाएगा। मोहन जुनेजा ने अपने करियर की शुरुआत एक कॉमेडियन के रूप में की थी। KGF में पत्रकार ने आनंद के मुखबिर की भूमिका निभाई थी। उन्होंने कई तमिल, तेलुगु, मलयालम और हिंदी भाषा की फिल्मों में अभिनय किया है और अपने करियर में 100 से अधिक फिल्में दी हैं। वह केजीएफ चैप्टर 1 और केजीएफ चैप्टर 2 में भी नजर आए। वह छोटी उम्र से ही अभिनेता बनना चाहते थे। उन्होंने अपने कॉलेज के दिनों में नाटकों में भी भाग लिया।
उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 2008 में रोमांटिक कन्नड़ फिल्म ‘संगमा’ से की थी। रवि वर्मा गुब्बी द्वारा निर्देशित। इसके बाद उन्होंने कन्नड़ तमिल फिल्म ‘टैक्सी नंबर’ में अभिनय किया। 2010 में मोहन ने कन्नड़ भाषा के नाटक ‘नारद विजय’ में भी अभिनय किया। हालांकि मोहन सिर्फ कन्नड़ फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। 2018 में उन्होंने हॉरर फिल्म ‘निगुड़ा’ में भी काम किया। यह कन्नड़ भाषा में भी था।
हर तरह की फिल्में बनाने वाले मोहन जुनेजा एक कॉमेडियन के तौर पर ही जाने जाते थे। मोहन जुनेजा साउथ के मशहूर अभिनेताओं में से एक हैं। उन्होंने मुख्य रूप से कन्नड़ और तेलुगु फिल्मों में अभिनय किया है। केजीएफ (2018), लक्ष्मी (2013), वृंदावन (2013), पेड पेड (2013), कोको (2012), और स्नेहीथारू (2012) मोहन की कुछ लोकप्रिय फिल्में (2012) हैं। यश स्टारर केजीएफ चैप्टर 2 मोहन की आखिरी फिल्म थी। कई वेबसाइट के मुताबिक मोहन जुनेजा की कुल संपत्ति करीब 950,000 डॉलर (73 लाख रुपये से ज्यादा) है।
साल 2012 में मोहन जुनेजा दो फिल्मों कोको और स्नेहीथारू में नजर आए। साल 2013 अभिनेता के लिए सबसे सफल साल रहा है। वह उस वर्ष पांच से अधिक फिल्मों में दिखाई दिए। इसके बाद वह दो साल तक पर्दे से दूर रहे और 2016 में फिल्म पॉसिबल से वापसी की। वह तब से फिल्मों में सक्रिय हैं।