नटूकका नाम का मतलब एक मुस्कुराता हुआ चेहरा होता है। हालांकि फैंस को अब ये चेहरे की यादें ही नजर आएंगी। ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ के नटूकका यानी घनश्याम नायक कल कैंसर से जंग हार गए। उन्होंने 77 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। इस दुखद खबर को सुनकर लाखों फैन्स सदमे में हैं। सीरियल की कास्ट भी सदमे में है। वे यह मानने को तैयार नहीं हैं कि नटूकाका अब हमारे बीच नहीं है। नटूकाका के सहयोगी बाघा की भूमिका निभाने वाले तन्मय वेकारिया भी इस खबर से प्रभावित हैं।
गुजराती न्यूज वेबसाइट दिव्या भास्कर ने बाघा का किरदार निभाने वाले तन्मय वेकारिया से बात की। जिसमें तन्मय वेकारिया ने कहा कि रविवार शाम को घनश्यामभाई (नटूकाका) के बेटे विकास का फोन आया और मेरा दिमाग सुन्न हो गया।
तन्मय वेकारिया ने कहा, “मैं यह मानने को तैयार नहीं था कि नटूकाका हमें छोड़कर चला गया है। मैं तीन दिनों के लिए राजकोट में था। फिर मैं नाथद्वार से होते हुए कल ही मुंबई पहुंचा लेकिन मुझे मलेरिया हो गया। मेरी तबियत अभी ठीक नहीं है, अभी निश्चित नहीं है कि मैं नटूकाका के अंतिम दर्शन कर पाऊंगा या नहीं।
नटूकाका को याद करते हुए बाघा यानी तन्मय वेकारिया ने कहा कि, “मैं बहुत बड़े सदमे में हू। हमारी जोड़ी टूट गई। न सिर्फ साथ काम करना, बल्कि शूटिंग में साथ खाना भी खाते थे। नटूकाका भाकरी-शाक या रोटी-शाक का साधारण भोजन लेते थे। कभी-कभी में खराब प्रदर्शन के कारण निराश हो जाता था लेकिन वह हमेशा मुझे प्रेरित करते थे। उनका सरल, दयालु और निर्दोष स्वभाव हमेशा याद किया जाएगा।
तन्मय वेकारिया ने आगे कहा कि घनश्यामभाई को 2008 में दिल का दौरा पड़ा था और उनका ऑपरेशन हुआ था और तभी उन्होंने ब्रेक लिया था। उस ब्रेक के दौरान नटूकाका के भतीजे के रूप में मुझे गड़ा इलेक्ट्रॉनिक में काम करना था। और इस तरह बाघा के किरदार का जन्म हुआ था। फेन्स ने बाघा के किरदार को काफी पसंद किया और फिर बाघा का किरदार को हमेशा के लिए रख लिया।
आज पिछले 12 सालो से लोग नटू-बाघा की जोड़ी को देख रहे है और उनसे बहुत प्यार भी करते है। लेकिन अब नटुकाका हमारे बिच नहीं रहे तो अब ये नटू-बाघा की जोड़ी हमेशा के लिए टूट जाएगी। नटुकाका भले ही अब दुनिया में ना रहे हो पर वो हमेशा हम सब के दिल में रहेंगे।