गोकुलधाम वासी बाघा की दौड़-धाम के बाद रात के खाने के साथ शुरू करते हैं और स्वादिष्ट भोजन का आनंद लेते हैं। बापूजी यह सुनिश्चित करने के लिए कोल्ड ड्रिंक्स का निरीक्षण करने का निर्णय लेते हैं कि कहीं कोई मिलावट तो नहीं है। और ऐसा करते समय उन्हें जेठालाल अपने साथ ले जा रही ‘काढ़ा’ के बोटल वाली बैग दिखाई देती है।
सभी अपने-अपने भोजन का आनंद लेते दिखे, तभी अचानक बापूजी को हिचकी आने लगती है और उन्हें बहुत बेचैनी महसूस होती है। बापूजी जेठालाल से काढ़ा मांगता है पर जेठालाल बोलता है की उन्होंने किसी को दे दिया। बापूजी सबसे पूछते है पर काढ़े की बोटल किसी के पास नहीं होती। फिर बापूजी उठते है और टेबल में छुपाई बोतल को निकाल उसमे से एक ग्लास भरते है।
जेठालाल बापूजी को काढ़ा पीने से रोकता है और बताता है कि यह काढ़ा नहीं बल्कि शराब है। यह सुनकर बापूजी और महिला मंडल क्रोध से भर उठे। उस समय उनके सारे झूठ सामने आ जाते हैं और अब सब कुछ सब जानते हैं। महिला मंडल ने बाघा को विशेष ‘कोल्ड ड्रिंक’ पीने के लिए धन्यवाद दिया, जो उनके सच बोलने का कारण था।
बापूजी इस तरह की गतिविधियों में शामिल होने के पीछे का कारण पूछते हैं लेकिन किसी में भी जवाब देने का साहस नहीं था। बापूजी यह भी बताते हैं कि उन्होंने फूड स्टेशन का निरीक्षण करते समय विशेष बोतल देखी और इसके बारे में संदेहास्पद महसूस किया और इसलिए, बोतल के बारे में सच्चाई जानने के लिए उन्होंने हिचकी का नकली नाटक किया।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि उन सभी को पार्टी-शॉर्टी की योजना बनाने के लिए दंडित किया जाएगा और वह भी अपनी पत्नियों और बच्चों के सामने। इससे जेंट्स दुखी हो जाते हैं और वे उसकी क्षमा के लिए विनती करते हैं।
क्या उन्हें माफ किया जाएगा? TMKOC के अगले एपिसोड में क्या होता है, यह जानने के लिए हमारे साथ बने रहें।