पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की उनके 29वें जन्मदिन से पहले पंजाब के मनसा में रविवार को 30 से 40 गोली मारकर हत्या कर दी गई। सिद्धू की हत्या ने पंजाब में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के साथी गोल्डी बराड़ ने सिद्धू की हत्या की जिम्मेदारी ली है। गोल्डी बराड़ कनाडा में रहते हैं जबकि लॉरेंस बिश्नोई राजस्थान की जेल में बंद हैं।
हालांकि सिद्धू मूसेवाला की सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। हमले के एक दिन पहले सिद्धू मूसेवाला की सुरक्षा काट दी गई थी। इससे पहले सिद्धू मूसेवाला की सुरक्षा में 4 जवानों को तैनात किया गया था। लेकिन एक दिन पहले ही इसे घटाकर 2 कर दिया गया था। मुसेवाला की हत्या के लिए कौन जिम्मेदार है? यह सवाल फिलहाल उठाया जा रहा है।
हमले के वक्त सुरक्षाकर्मी क्यों मौजूद नहीं थे? सिद्धू मूसेवाला सुरक्षाकर्मियों को अपने साथ क्यों नहीं ले गए? बुलेटप्रूफ वाहन होते हुए भी उनके साथ क्यों नहीं गए और जब उनकी जान को खतरा था तो इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हो सकती है? पुलिस सुरक्षा उल्लंघन की भी जांच कर रही है और सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए कौन जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि मुसेवाला की सुरक्षा पूरी तरह से नहीं हटाई गई है। यह चार पुलिसकर्मियों द्वारा पहरा दिया गया था, जिनमें से दो को हटा दिया गया था।
लेकिन घटना वाले दिन वह दो कमांडो को अपने साथ नहीं ले गया। इसके अलावा उन्होंने अपनी खुद की बुलेट प्रूफ गाड़ी भी नहीं ली। डीजीपी ने कहा कि बिश्नोई गिरोह ने हमले की जिम्मेदारी ली है। हत्या की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है।पंजाब डीजीपी ने पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के मामले पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि लॉरेंस बिश्नोई गिरोह हत्याओं में शामिल था।
गिरोह के एक सदस्य लकी ने कनाडा से जिम्मेदारी ली है। डीजीपी ने कहा कि सिद्धू मूसेवाला से पुलिस सुरक्षा पूरी तरह नहीं हटाई गई है। उसके पास पंजाब पुलिस के 4 कमांडो थे, जिनमें से 2 को वापस ले लिया गया था, लेकिन उसके पास 2 कमांडो थे जो मुसेवाला घटना वाले दिन अपने साथ नहीं ले गए थे। भावरा ने आगे कहा कि मूसेवाला के पास एक बुलेट प्रूफ वाहन भी था, लेकिन उन्होंने वह वाहन भी नहीं लिया।
सिद्धू मूसेवाला पर करीब 30 से 40 राउंड फायरिंग की गई। इसके अलावा, तीन हथियारों का इस्तेमाल किया गया था। हत्याकांड में सिद्धू मूजवाला के मैनेजर का नाम आया था। पुलिस प्रबंधक के पास पहुंचने से पहले वह भाग गया। पंजाब पुलिस ने सिद्धू के मैनेजर के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर भी जारी किया है। ऐसा माना जाता है कि विक्की की हत्या का बदला लेने के लिए बिश्नोई गिरोह ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या की थी।
पंजाब के डीजीपी ने आगे कहा कि पंजाब पुलिस ने हत्या की जांच शुरू कर दी है। इसके लिए एसआईटी तैयार की गई है। जल्द ही मामले के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। प्रसिद्ध पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला का 30 वर्ष से कम उम्र में निधन हो गया। 28 वर्षीय सिद्धू मुजवाला मानसा जिले के रहने वाले थे। उन्होंने कनाडा में अध्ययन किया और एक गायक के रूप में कनाडा से लौटे।
उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव भी लड़ा था। सिद्धू मुसेवाल का असली नाम शुभदीप सिंह सिद्धू था। मूसेवाला दिसंबर 2021 में कांग्रेस में शामिल हुए थे। उन्होंने इस साल के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर मानसा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। लेकिन वह आम आदमी पार्टी के विजय सिंगला से चुनाव हार गए। सिद्धू मूसेवाला गायन की दुनिया में सफल रहे।
उनके जीवन में कोई विवाद नहीं था। उनके कुछ शौक ने उनकी प्रसिद्धि पर भी ग्रहण लगा दिया। वह अक्सर अपने गानों में हथियारों के जिक्र को लेकर विवादों में घिरे रहते थे। सिद्धू मुसेवाल पर गन कल्चर को बढ़ावा देने का आरोप लगा था। उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला भी दर्ज किया गया है। पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट तक पहुंचा मामला सिद्धू मुसेवाल द्वारा 10 मई को ट्विटर पर शेयर किया गया यह पोस्ट है, जिसमें वह मोबाइल की तरह अपने कान पर पिस्टल पकड़े नजर आ रहे हैं।
मोजवाला पर हथियार विवाद के अलावा कोरा काल में लॉकडाउन के दौरान कोविड प्रोटोकॉल तोड़ने का भी आरोप लगा था। आज एक रिपोर्ट के अनुसार, लॉरेंस बिश्नोई के सहयोगी और कनाडा के एक गैंगस्टर गोल्डी बर्रे ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिद्धू मूसेवाला बिश्नोई गैंग के खेमे को सपोर्ट कर रहे थे। इसी को लेकर लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने सिद्धू मूसेवाला को निशाना बनाया। कहा जा रहा है कि मुसेवाला की हत्या के बाद पंजाब पुलिस इस एंगल से भी जांच जरूर करेगी।