बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान (Saif Ali Khan) ने साल 1991 में एक्ट्रेस अमृता सिंह (Amrita Singh) से शादी की थी। लेकिन दोनों की शादी बहुत ज्यादा समय तक नहीं टिक पाई और दोनों ने 13 साल बाद अलग होने का फैसला कर लिया था।
सैफ अली खान और अमृता सिंह के रिश्ते की सच्चाई किसी से छिपी नहीं है। दोनों ने घरवालों की मर्जी के खिलाफ जाकर साल 1991 में शादी की थी, जिसके 13 साल बाद दोनों हमेशा-हमेशा के लिए अलग हो गए। हालांकि, तलाक के बाद सैफ ने करीना कपूर के साथ दोबारा शादी कर ली थी और अब दोनों साथ में हैप्पी फैमिली लाइफ का आनंद ले रहे हैं। लेकिन अमृता संग अलगाव के 16 साल बाद भी सैफ के दिल में ऐसी कुछ बातें घर किए हुए हैं, जिसकी वजह से वह तलाक को दुनिया की सबसे बुरी चीज मानते हैं।
‘माता-पिता का साथ ना होना भी अच्छी बात है’
दरअसल, एक इंटरव्यू में जब सैफ अली खान से पूछा गया कि आपने अपने बच्चों (सारा और इब्राहिम) को तलाक के बारे में कैसे बताया तो इस पर उन्होंने कहा, ‘यह दुनिया की सबसे बुरी चीज थी। यह कुछ ऐसा था, जिसे मैं कभी भी ठीक नहीं कर सकूंगा। मैं जब भी सोचता हूं कि काश यह कुछ अलग तरीके से हुआ होता, तो मुझे अपने बच्चों से दूर नहीं होना पड़ता। मुझे नहीं लगता कि मैं कभी इस बात से ओके हो पाऊंगा।
अभी भी कुछ चीजें हैं, जो कभी भी मुझे इस मामले में शांति नहीं देंगी। मैं उस वक्त केवल 21 साल का था। आज चीजें काफी बदल गई हैं। सभी बच्चे चाहते हैं कि उनके माता-पिता हमेशा साथ रहें, लेकिन उन्हें समझना पड़ेगा कि माता-पिता दोनों ही अलग-अलग ईकाई हैं।
एक इंटरव्यू के दौरान जब सारा से पूछा गया था कि ‘क्या कभी उन्होंने पेरेंट्स से पूछा कि क्या सोचकर उन्होंने शादी की थी?’ तो इस पर तुरंत सारा ने जवाब देते हुए कहा, ‘हां, मैंने मॉम से कहा कि जब आप 26 साल की थीं, तब अब्बा बच्चे थे! खैर, यह भी है कि अगर उन दोनों ने शादी नहीं की होती, तो मैं भी नहीं होती।
मुझे लगता है कि ऐसे घर में रहना कभी भी ठीक नहीं होता, जहां लोग आपस में खुश नहीं हैं। वह दोनों अलग-अलग रहकर बहुत अच्छे-पॉजिटिव, बिंदास और कूल हैं। मेरे माता-पिता को इस बात का अहसास हो गया था कि वह साथ में कभी खुश नहीं रह पाएंगे। अब मेरे पास एक नहीं दो कम्फ़र्टेबल और सिक्योर घर हैं, जहां मैं आराम से रह सकती हूं।