आज के एपिसोड में तारक बताते हैं कि जब वह जन्म प्रमाण पत्र की तलाश में ऑफिस गए तो क्या हुआ और कैसे उन्होंने अपने बॉस के बारे में एक कविता लिखी। अंजलि और बबीता के सामने जेठालाल तारक को वह कविता सुनाता है जो उसने अपने बॉस के लिए लिखी थी। बबीता अय्यर से पूछती है कि तारक ने अपने बॉस के लिए कविता लिखी है, उसमे अय्यर की नौकरी दांव पर क्यों है?
तारक आगे बताता है कि कैसे जेठालाल ने उसे समाधान खोजने में मदद की, लेकिन कविता ने अय्यर को मुश्किल में डाल दिया। तारक अय्यर से माफी मांगता है। अय्यर हर चीज के लिए जेठालाल को जिम्मेदार ठहराते हैं। जेठालाल उसे दोष न देने के लिए कहता है क्योंकि उसे नहीं पता था कि उनके बॉस बचपन के दोस्त हैं। जेठालाल का मानना है कि अय्यर को तारक के बॉस को अपनी कंपनी का असली नाम नहीं बताना चाहिए था।
वे सभी बहस करते हैं कि आगे क्या करना है। अय्यर जेठालाल से कुछ भी सुझाव न देने के लिए कहता है। बबीता शुभंकर को सच बोलने का सुझाव देती है क्योंकि वह समझ जाएगा। अय्यर रात का खाना और नौकरी छोड़ने पर विचार करता है। तारक और अय्यर का तर्क है कि वे अपनी नौकरी से इस्तीफा दे देंगे। जब सब बात कर रहे होते हैं तो जेठालाल झपकी लेता है। जेठालाल कहता है कि वह सो नहीं रहा था क्योंकि वह कोई उपाय सोच रहा था।
जेठालाल अय्यर को शांत होने में मदद करता है ताकि वे अपनी समस्याओं का हल ढूंढ सकें। जेठालाल और उसके दोस्त स्नैक टाइम का आनंद लेते हैं। वे सभी जानना चाहते हैं कि समाधान क्या है, इसलिए वे सभी जेठालाल की ओर रुख करते हैं। जेठालाल अय्यर और तारक को बाहर डिनर पर जाने और फिर घर लौटने का निर्देश देता है। अय्यर पूछते हैं, “उनकी नौकरी बचाने का विचार कहां है?” जेठालाल उन्हें आश्वासन देता है कि उनके पास एक रणनीति है और वह किसी भी कीमत पर उनकी नौकरी बचाएंगे।
अंजलि और बबीता तारक और अय्यर के लिए भगवान से प्रार्थना करते हैं। अय्यर और तारक दोनों रेस्टोरेंट में जाते हैं। वहा पर दोनों अपने बॉस के साथ डिनर पर बैठते है। तारक का बॉस शुभकर से कहता है की तुम केसा बॉस हो। वो मेहता को अपनी लिखी कविता सुनाने को कहता है। अब आगे जेठालाल का क्या प्लान है और वो कैसे अय्यर और मेहता की नौकरी बचाएगा वो देखना दिलचश्प होगा।
जेठालाल का प्लान है वो अभी तक उसने किसी को बताया नहीं है पर मेहता और अय्यर को जेठालाल के प्लान पर भरोसा होता है। अब अगर जेठालाल का प्लान काम नहीं किया तो अय्यर जेठालाल का क्या हाल करेगा और बबीताजी जेठालाल को क्या कहेगी? अब देखना होगा की जेठालाल कैसे मेहता साहेब और अय्यर भाई के बॉस को रोक पाते है।